त्वा लोग

त्वा लोग (Twa या Cwa) अफ़्रीका की कई जातियों व जनजातियों का नाम है जो शिकारी-फ़रमर जीवन बसर करते हैं। यह अक्सर बांटू लोगों के समीप रहते हैं, हालांकि त्वा अपनी जीवनी जंगलों से चलाते हैं जबकि बांटू लोग कृषक होते हैं। सामाजिक रूप से त्वा को बांटूओं की तुलना में निचला दर्जा दिया जाता था। इनमें परस्पर-निर्भरता रही है: त्वा वनों से जानवर माँस व अन्य वन्य उत्पाद लाकर बांटूओं द्वारा उगाये गये अन्न, सब्ज़ियाँ व अन्य कृषि उत्पादनों से अदल-बदल का व्यापार करते हैं। कई त्वा जातियाँ पिग्मी की श्रेणी में आती हैं, यानि त्वाओं का क़द औसत मानव क़द से असाधारण रूप से कम है। इतिहासकार मानते हैं कि त्वाओं के पूर्वज अपने क्षेत्रों के आदि-निवासी थे और बांटू बाद में आये।[1][2]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. Vansina, Jan. 1990. Paths in the Rainforests: Toward a history of political tradition in equatorial Africa.
  2. Blench, Roger. 1999. "Are the African Pygmies an Ethnographic Fiction?". Pp 41–60 in Biesbrouck, Elders, & Rossel (eds.) Challenging Elusiveness: Central African Hunter-Gatherers in a Multidisciplinary Perspective. Leiden.
🔥 Top keywords: जयप्रकाश नारायणक्लियोपाट्रा ७श्री संकटनाशनं गणेश स्तोत्रविशेष:खोजमुखपृष्ठभारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशआपातकाल (भारत)लोकसभा अध्यक्षविकिपीडिया:उद्धरण आवश्यककबीरपप्पू यादवभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीतुलसीदासभारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डलहिन्दी की गिनतीप्रेमचंदविकिपीडिया:IPA for Englishसोनाक्षी सिन्हाहनुमान चालीसाआईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०रासायनिक तत्वों की सूचीभारत का संविधानमहादेवी वर्मासूरदाससंज्ञा और उसके भेदलोकतंत्रविकिपीडिया:अपलोडसुभाष चन्द्र बोसकामाख्या मन्दिरभीमराव आम्बेडकरनीम करौली बाबामिया खलीफ़ाभारतस्नेल का नियमनालन्दा महाविहारमौसममहात्मा गांधीखाटूश्यामजीरामायण