नाभिक नोदन

नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग करके वाहन, वायुयान, जलयान या अंतरिक्ष यान को चलाना नाभिक नोदन (न्युक्लियर प्रोपल्सन) कहलाता है। नाभिकीय रिएक्टर से बहुत अधिक न्यूट्रॉन विकिरण बाहर आ सकता है यदि उसे अच्छी तरह शिल्ड न किया जाय। विकिरण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत अधिक शिल्डिंग लगानी पड़ती है जिससे रिएक्टर का आकार बड़ा हो जाता है। अतः नाभिकीय रिएक्टर इतने छोटे नहीं बनाए जा सकते कि उन्हें छोटे वाहनों (जैसे कार, ट्रक) में उपयोग किया जा सके। इस कारण नाभिकीय नोदन का उपयोग बड़े-बड़े जलयानों, पनडुब्बियों में ही हो पाता है।

डेल्टा-२ श्रेणी की नाभिकीय ऊर्जा से चलने वाली एक पनडुब्बी
NERVA नामक न्युक्लियर थर्मल रॉकेट की योजनामूलक डिजाइन
🔥 Top keywords: क्लियोपाट्रा ७विशेष:खोजमुखपृष्ठराज्य सभा के मनोनीत सदस्यों की सूचीकबीरभारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशश्यामाप्रसाद मुखर्जीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीप्रेमचंदतुलसीदासविद्यार्थीभारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डलनालन्दा महाविहारसोनाक्षी सिन्हामहादेवी वर्माविकिपीडिया:उद्धरण आवश्यकसूरदाससुभाष चन्द्र बोसकृष्णराव शंकर पण्डितकामाख्या मन्दिरहिन्दी की गिनतीखाटूश्यामजीनर्मदा नदीनालन्दा विश्वविद्यालयद्रौपदी मुर्मूरासायनिक तत्वों की सूचीमिया खलीफ़ाभारतहृदयभारत का संविधानभीमराव आम्बेडकरआईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०संज्ञा और उसके भेदमहात्मा गांधीइंस्टाग्राममौसमविकिपीडिया:IPA for Englishलोकसभा अध्यक्षॐ नमः शिवाय